Antarvasna, desi kahani: मेरे कॉलेज का पहला दिन था और मैं जब अपने क्लास में गया तो उस दिन मेरी मुलाकात राघव के साथ हुई। मेरी मुलाकात राघव से पहली बार ही हुई और हम दोनों की दोस्ती भी काफी अच्छी हो गई थी। राघव और मेरी दोस्ती काफी अच्छी हो गई थी हमारे क्लास…
Antarvasna, desi kahani: मेरी नौकरी को लगे हुए अभी कुछ ही समय हुआ था मैं जिस कंपनी में जॉब करता हूं वहां पर मेरी मुलाकात शोभिता के साथ हुई। शोभिता से जब भी मेरी मुलाकात होती तो मुझे बहुत ही ज्यादा अच्छा लगता है और शोभिता को भी बड़ा अच्छा लगता था। जिस तरीके से…
Antarvasna, desi kahani: कॉलेज का यह आखिरी दिन था और मैं इस बात से बहुत ज्यादा परेशान था कि मैं महिमा को अपने दिल की बात कह नहीं पाया था। महिमा और मैं साथ में पढ़ा करते थे और मैं कभी भी महिमा को अपने दिल की बात नहीं कह पाया था लेकिन अब हमारे…
Antarvasna, hindi sex kahani: भैया और भाभी के रिश्ते बिल्कुल भी ठीक नहीं थे जिस वजह से घर में आए दिन झगड़े होते थे भाभी चाहती थी कि वह भैया से अलग हो जाएं और भैया ने भी भाभी को डिवोर्स देने का फैसला कर लिया था। भैया ने भाभी को डिवोर्स दे दिया था…
Antarvasna, desi kahani: कुछ दिनों पहले ही मैंने नया ऑफिस ज्वाइन किया जिस ऑफिस में मैं जॉब करता हूं वहां पर मेरी काफी अच्छी बातचीत हो गयी थी ऑफिस में लगभग मैं सबको पहचानता था। एक दिन हमारे ऑफिस में काम करने वाले सुधीर ने मुझसे कहा कि राजेश आज तुम मेरे घर पर अपनी…
Antarvasna, kamukta: मेरा ट्रांसफर दिल्ली हो जाता है मैं इससे पहले अंबाला में रहता था लेकिन अब मेंरा ट्रांसफर दिल्ली हो चुका था इसलिए मैं दिल्ली चला गया। जब मेरा ट्रांसफर दिल्ली हुआ तो मैं दिल्ली में ही रहने लगा और मैं चाहता था कि मेरी फैमिली भी मेरे साथ रहने के लिए आ जाए।…
Antarvasna, desi kahani: मेरी कॉलोनी में पायल रहा करती थी पायल और मेरी काफी समय तक तो बात नहीं हुई लेकिन जब हम लोगों की बात हुई तो उसके बाद पायल के पापा का ट्रांसफर लखनऊ हो गया और पायल का संपर्क मुझसे काफी सालों तक हो नहीं पाया। मैं भी अपने काम में बिजी…
Antarvasna, desi kahani: मैं पुणे के एक कॉलेज से एमबीए की पढ़ाई कर रहा था और कुछ समय बाद मेरी पढ़ाई पूरी हो चुकी थी। कॉलेज के कैंपस प्लेसमेंट के दौरान मेरा सिलेक्शन हो गया और मैं नौकरी के लिए चेन्नई चला गया मैं अपने घर से दूर था हालांकि पापा बिल्कुल भी नहीं चाहते…
Antarvasna, desi kahani: मैं अपने घर से बाहर निकला ही था कि हमारे पड़ोस में रहने वाले मिश्रा जी मुझे दिखाई दिए उन्होंने मुझे कहा कि रोहित बेटा तुम कैसे हो? मैंने उन्हें कहा अंकल मैं तो ठीक हूं। वह मुझसे पूछने लगे कि बेटा क्या तुम्हारे पापा अभी घर पर ही हैं मैंने उन्हें…