Antarvasna, kamukta: मेरी जॉब को अभी कुछ समय हीं हुआ था और मैं नया नया ही दिल्ली आया था। दिल्ली आए हुए मुझे सिर्फ एक महीना ही हुआ था और मैं अपने दोस्त के साथ रह रहा था। कुछ समय तक तो मैं अपने दोस्त के साथ ही रहा लेकिन फिर मैंने अपने लिए दूसरा किराये का घर ढूंढ लिया था और फिर मैं वहां पर रहने लगा था। मेरी फैमिली जयपुर में रहती है और मैं दिल्ली की एक अच्छी कंपनी में जॉब करता हूं।
कुछ समय तक मैं जॉब पर इतना बिजी हो गया था कि मुझे अपने घर जाने का भी मौका नहीं मिल पाया। काफी समय हो गया था जब मैं अपने घर नहीं गया था तो मैं अपनी फैमिली से मिलना चाहता था। मैंने उस दिन अपने पापा से कहा कि मैं कुछ दिनों के लिए घर आ रहा हूं। पापा और मम्मी भी बहुत ज्यादा खुश हो गए थे और उन्होंने मुझे कहा कि हां बेटा तुम कुछ दिनों के लिए घर आ जाओ। मैं कुछ दिनों के लिए घर चला गया और मैं जब घर गया तो मैं काफी ज्यादा खुश था मैंने अपनी फैमिली के साथ में काफी अच्छा समय बिताया।
मैं अपनी फैमिली के साथ काफी खुश था पापा और मम्मी भी बहुत ज्यादा खुश थे। एक दिन मैंने पापा से कहा कि पापा मैं आज दीदी को मिलने के लिए जा रहा हूं पापा ने कहा कि हां बेटा तुम अपनी दीदी को मिल आओ और उस दिन मैं दीदी के घर चला गया। मैं दीदी से मिला तो मुझे काफी अच्छा लगा काफी सालों बाद दीदी से मैं मुलाकात कर रहा था दीदी मुझसे उम्र में बड़ी है। वह मुझे कहने लगी कि रोहित तुमने बहुत ही अच्छा किया जो तुम मुझसे मिलने के लिए आ गए।
दीदी से मिलकर मुझे काफी अच्छा लगा मैं काफी देर तक दीदी से बातें करता रहा। थोड़ी देर बाद मैंने दीदी से कहा कि अब मैं चलता हूं तो दीदी मुझे कहने लगी कि नहीं रोहित तुम आज यहीं रुक जाओ लेकिन मैंने उनकी बात नहीं मानी और मैं घर चला गया। मैं घर पहुंच गया था। मैंने जब पापा से बात की तो पापा ने मुझसे पूछा कि रोहित तुम्हारी बहन कैसी है मैंने उन्हें कहा कि पापा दीदी तो अच्छी है और मैं आज दीदी को मिलकर काफी खुश हूं। काफी समय बाद मैं दीदी से मुलाकात कर रहा था। कुछ दिनों के बाद मुझे दिल्ली वापस लौटना था जिस दिन मैं दिल्ली वापस लौट रहा था उस दिन मेरे सामने वाली सीट में एक लड़की बैठी हुई थी जो कि काफी घबराई हुई थी। मैं ट्रेन से सफर कर रहा था इसलिए वह बिल्कुल मेरे सामने वाली सीट पर बैठी हुई थी और वह किसी से भी बात नहीं कर रही थी।
मैंने उससे बात करने की कोशिश की लेकिन उसने मुझसे बात नहीं की परंतु मैंने जब उसे अपना परिचय दिया तो वह मुझसे बात करने लगी। मैंने उससे कहा कि क्या कोई परेशानी है तो वह मुझे कुछ नहीं बता रही थी लेकिन फिर उसने मुझे बताया कि उसके परिवार वाले उसकी शादी जबरदस्ती करवाना चाहते हैं और वह दिल्ली में जॉब करती है लेकिन वह अपने परिवार वालों के इस फैसले से बिल्कुल भी खुश नहीं है मैंने उसे कहा कि तुम्हें हौसला रखना पड़ेगा। मैंने जब उसका नाम पूछा तो उसने मुझे अपना नाम बताया उसका नाम कावेरी है। कावेरी और मैं अब एक दूसरे से बात कर रहे थे और उसने मुझे बताया कि वह दिल्ली की एक अच्छी कंपनी में जॉब करती है। हम दोनों का सफर बड़ा ही सुहाना रहा और मुझे कुछ पता भी नहीं चला कि कब मैं दिल्ली पहुंच गया।
मैं दिल्ली पहुंच गया था तो मैंने कावेरी से कहा कि तुम्हें कोई एतराज तो नहीं है अगर मैं तुमसे तुम्हारा नंबर मांगूँ। कावेरी ने कहा कि नहीं मुझे कोई परेशानी नहीं है और कावेरी ने मुझे अपना नंबर दे दिया। मेरे पास कावेरी का नंबर आ चुका था और मैं काफी खुश भी था। मैं और कावेरी एक दूसरे से बातें तो नहीं कर रहे थे लेकिन एक दिन मुझे कावेरी का फोन आया और उसने मुझे बताया कि उसके परिवार वालों ने उसकी शादी कैंसिल करवा दी है। मैंने कावेरी को कहा देखो मैं तुमसे कहता ना था कि सब कुछ ठीक हो जाएगा। कावेरी बहुत ज्यादा खुश थी और वह मुझसे मुलाकात करना चाहती थी।
मैंने कावेरी को कहा कि हां मैं तुमसे जरूर मिलूंगा और मैं कावेरी से मिलने के लिए चला गया। जब मैं कावेरी को मिलने के लिए गया तो मुझे कावेरी का साथ काफी अच्छा लगा। हम दोनों साथ में बैठे हुए थे हम दोनों ने काफी देर तक बातें की और मुझे उसके साथ में बहुत अच्छा लगा। मुझे समय का पता ही नहीं चला कि कब समय बीत गया और हम दोनों एक दूसरे से इतनी देर तक बातें करते रहे। हम दोनों ने काफी देर तक एक दूसरे से बातें की और फिर मैं घर लौट आया था। कावेरी भी जयपुर की रहने वाली है कावेरी और मेरी दोस्ती दिन-ब-दिन गहरी होती जा रही थी और यह दोस्ती अब इतनी गहरी हो चुकी थी कि हम दोनों एक दूसरे को पसंद भी करने लगे थे।
मैंने कभी सोचा भी नहीं था कि इस प्रकार से हमारी मुलाकात होगी और हम दोनों एक दूसरे को एक दिन प्यार भी करने लगेंगे। मैंने कावेरी को प्रपोज कर दिया था और उसने भी मेरे रिश्ते को स्वीकार कर लिया था हम दोनों रिलेशन में थे और हम दोनों बहुत ही खुश थे लेकिन हम दोनों को यह बात पता नहीं थी कि आखिर हम दोनों के रिलेशन का भविष्य क्या है। ना तो मैंने कभी इस बारे में कुछ सोचा था और ना ही कावेरी ने इस बारे में सोचा था परंतु जब भी हम दोनों एक दूसरे के साथ में होते तो हम दोनों को बहुत ही ज्यादा अच्छा लगता।
हम बहुत खुश रहते जिस प्रकार से हम दोनों साथ में रहते थे उससे मुझे हमेशा ही अच्छा लगता है और मैं चाहता था कि हम दोनों एक दूसरे के साथ में रहकर एक दूसरे का भी ध्यान देते रहे। कावेरी और मैं एक दूसरे का अच्छे से ध्यान दे रहे थे और मुझे कावेरी के साथ में बहुत ही अच्छा लगता। हम दोनों एक दूसरे से बहुत प्यार करने लगे थे और एक दूसरे के बिना हम दोनों का रह पाना बहुत ही मुश्किल था। मैं और कावेरी एक दूसरे के साथ ज्यादा से ज्यादा समय बिताने की कोशिश किया करते हैं। हम दोनों जब साथ में होते तो हम दोनों घंटों बातें किया करते और फोन पर भी हम दोनों काफी बातें किया करते। मैं और कावेरी एक दूसरे से घंटों फोन पर बातें किया करते थे और हम दोनों को बहुत ही अच्छा लगता।
एक दिन कावेरी और मैं फोन पर बातें कर रहे थे यह पहला ही मौका था जब कावेरी और मैं एक दूसरे से सेक्स की बातें कर रहे थे। मुझे उससे बातें करना बहुत ही अच्छा लग रहा था लेकिन उस दिन हम दोनों एक दूसरे से अश्लील बातें करने लगे और कहीं ना कहीं हम दोनों की गर्मी बढने लगी। हम दोनों की गर्मी बहुत ज्यादा बढने लगी थी मैं बहुत ज्यादा उत्तेजित भी हो चुका था मैंने उस दिन कावेरी की चूत से पानी निकाल दिया था और अगले दिन हम दोनों एक दूसरे को मिलना चाह रहे थे। हम दोनों एक दूसरे के लिए तड़प रहे थे कावेरी मुझसे मिलने के लिए आई।
वह बहुत ही ज्यादा तड़प रही थी वह अपने आपको बिल्कुल भी रोक नहीं पा रही थी उसने मेरे होंठों को चूमना शुरू कर दिया और वह मेरे होठों को चूम कर मेरी गर्मी को बढाए जा रही थी। उसे बहुत ही अच्छा लग रहा था जब हम दोनों एक दूसरे के होंठों को चूमने लगे थे। हम दोनों को ही मजा आ रहा था मेरे अंदर की गर्मी बहुत ज्यादा बढ़ चुकी थी और मैं इतना ज्यादा गर्म हो चुका था मैंने अपने लंड को बाहर निकाल लिया। कावेरी ने मेरे लंड को देखा तो वह उसे अपने मुंह मे लेने लगी। वह उसे बड़े अच्छे तरीके से संकिग करने लगी।
वह जिस तरीके से मेरे मोटे लंड को चूस रही थी उससे मुझे मज़ा आ रहा था और कावेरी को भी बड़ा मजा आ रहा था। हम दोनों एक दूसरे के साथ बहुत ज्यादा गर्म होते जा रहे थे। अब हम दोनों गर्म हो चुके थे हम दोनों अपने आपको बिल्कुल भी रोक नहीं पा रहे थे। मैंने कावेरी को कहा मुझे बड़ा अच्छा लग रहा है कावेरी मुझे कहने लगी मुझे भी बहुत अच्छा लग रहा है। मैंने कावेरी की योनि पर अपनी जीभ को टच किया तो उसकी चूत से पानी बाहर निकल रहा था। उसकी योनि को चाटने मे मुझे और भी मजा आ रहा था। कावेरी की योनि पर एक भी बाल नहीं था उसकी चिकनी चूत को चाट कर मुझे मजा आने लगा था वह गर्म होने लगी थी।
मैंने अपने लंड को उसकी चूत पर लगाते ही वह मुझे कहने लगी तुम अपने लंड को अंदर घुसा दो। मैंने उसकी चिकनी चूत के अंदर अपने लंड को डालना शुरू किया मेरा लंड उसकी योनि में जा चुका था। वह श बड़ी खुश हो रही थी जिस तरीके से मै उसे धक्के दे रहा था। हम दोनों एक दूसरे के साथ बहुत ज्यादा खुश हो चुके थे। हम दोनों एक दूसरे का साथ बड़े अच्छे से देने लगे और कावेरी को बड़ा मजा आने लगा था जिस तरीके से वह मेरा साथ दे रही थी। हम दोनों ही पूरी तरीके से गरम होते जा रहे थे अब मैं और कावेरी एक दूसरे को बड़े अच्छे तरीके से चोदते जा रहे थे। हम दोनो एक दूसरे के साथ अच्छे से दे रहे थे। मेरा मोटा लंड उसकी चूत के अंदर बाहर हो रहा था।
मुझे बहुत ही ज्यादा मजा आने लगा था और कावेरी को भी बड़ा मजा आ रहा था जिस तरीके से मैं और कावेरी एक दूसरे के साथ मजे ले रहे थे। हम दोनों ने एक दूसरे का साथ अच्छे से दिया। मैंने कावेरी की चूत के अंदर अपने माल को गिराया तो मैं खुश हो गया था और कावेरी भी बड़ी खुश थी। जिस तरीके से मैंने और कावेरी ने एक दूसरे का साथ दिया और हम दोनों ने एक दूसरे के साथ बडे अच्छी तरीके से सेक्स संबंध बनाए। कावेरी मेरे लंड को चूस रही थी और उसे मेरे लंड को चूसने में मजा आ रहा था उसने काफी देर तक मेरे लंड को सकिंग किया। उसने मेरे लंड से वीर्य को बाहर निकाल दिया था जिससे कि मैं बहुत ज्यादा खुश हो गया था और वह भी बड़ी खुश थी।