Antarvasna, hindi sex kahani: कॉलेज का पहला दिन था मैं और निकिता जब एक दूसरे को पहले दिन मिले तो मुझे निकिता के साथ अच्छा लग रहा था अगले दिन भी हम लोग मिले। हम दोनों की पसंद लगभग एक जैसी ही थी और हम दोनों के विचार भी काफी मिलते थे इसलिए हम दोनों के बीच अच्छी बनने लगी थी। एक दिन मैं और निकिता आपस में बात कर रहे थे तो निकिता ने मुझे उस दिन कहा की वह कुछ दिनों के लिए अपने मामा जी के घर जा रही है तो मुझे लगा कि निकिता वहां से कुछ दिनों में ही लौट आएगी लेकिन निकिता वहां से काफी दिनों तक लौटी नहीं थी और मेरी उससे फोन पर भी बात नहीं हो पा रही थी। मैंने निकिता से फोन पर बात करने की कोशिश की लेकिन वह मेरा फोन नहीं उठा रही थी जब उसने मुझे फोन किया तो मैंने निकिता को पूछा कि तुम मेरा फोन क्यों नहीं उठा रही थी तो वह मुझे कहने लगी कि मेरा फोन दरअसल चोरी हो गया था और मैंने अभी नया सिम लिया है। मैंने उससे कहा तुम्हारा फोन कैसे चोरी हो गया तो उसने मुझे बताया कि वह जब ऑटो से जा रही थी तो ऑटो में ही उसका फोन छूट गया था जिसके बाद उसका फोन मिला ही नहीं। मैंने निकिता को कहा कि तुम तो ठीक हो ना वह कहने लगी हां मैं तो ठीक हूं और मैं अब घर लौट आई हूं।
निकिता अगले दिन मुझे कॉलेज में मिली तो उसने मुझे सारी बात बताई और कहने लगी कि मुझे तो उस ऑटो वाले पर ही शक है क्योंकि उसके बाद मेरा फोन मुझे कहीं मिला ही नहीं। मैंने निकिता को कहा अब इस बारे में छोड़ो और तुम यह बताओ कि तुमने दिल्ली में क्या किया तो वह मुझे कहने लगी कि कुछ नहीं रोहित बस अपने मामा जी के घर पर ही थी और मेरी ममेरी बहन का जन्मदिन भी था तो हम लोगों ने उसका जन्मदिन भी सेलिब्रेट किया। निकिता ने मुझे कहा कि आज मुझे जल्दी घर जाना है और उस दिन निकिता घर जल्दी चली गई थी निकिता घर जल्दी चली गई थी उसके बाद मेरी और उसकी अगले दिन मुलाकात हुई। हमारे कॉलेज में एनुअल फंक्शन होने वाला था और निकिता मुझे कहने लगी कि रोहित मैं चाहती हूं कि हम लोग इस एनुअल फंक्शन में डांस करें। मैंने उसे कहा कि लेकिन मुझे तो डांस आता ही नहीं है।
निकिता चाहती थी कि हम लोग डांस कंपटीशन में हिस्सा ले लेकिन मैंने उसे मना कर दिया पर निकिता की जिद के आगे मेरी एक ना चली और मुझे निकिता की बात माननी पड़ी। मैंने निकिता की बात मान ली मुझे तो डांस बिल्कुल भी नही आता था लेकिन निकिता और मैं अब डांस प्रैक्टिस कर रहे थे निकिता को काफी अच्छा डांस आता था और वह डांस काफी अच्छा कर लिया करती थी इसलिए उसने ही मेरी मदद की। वह मुझसे कहने लगी कि तुम्हारी वजह से ही मैं इस डांस कंपटीशन में हिस्सा ले रही हूं। हम लोगों ने उस कंपटीशन में हिस्सा लिया और हम लोग वह डांस कंपटीशन भी जीत गए थे हम लोग एनुअल फंक्शन में डांस कंपटीशन जीते तो निकिता बड़ी खुश थी निकिता मुझे कहने लगी कि रोहित यह सब तुम्हारी वजह से ही हुआ है। मैंने निकिता को कहा कि यह सब मेरी वजह से नहीं हुआ है इसमें तो तुम्हारी मेहनत है और मुझे तो बिल्कुल भी डांस नहीं आता था अगर तुम मुझे डांस नहीं सिखाती तो शायद मैं बिल्कुल भी डांस नहीं कर पाता। निकिता और मैं एक दूसरे के नजदीक आते ही जा रहे थे मुझे नहीं पता था कि मैं निकिता से प्यार करता हूं लेकिन मुझे उस वक्त एहसास हुआ जब हम लोगों का कॉलेज खत्म हो गया और कॉलेज खत्म हो जाने के बाद मैं अपने पापा की कंपनी संभालने लगा। मैं चाहता था कि मैं अपनी पोस्ट ग्रेजुएशन की पढ़ाई करूं लेकिन पापा चाहते थे कि मैं उनकी कंपनी को संभालू तो मैंने उनकी कंपनी को संभाल लिया और मैं उन्हीं के साथ काम करने लगा। निकिता से मेरी मुलाकात कम ही हुआ करती थी लेकिन मै निकिता को हमेशा ही मिस करता और उसे मैं फोन पर बात करने की कोशिश करता लेकिन उससे मेरी फोन पर भी इतनी बातें नहीं हो पाती थी। मुझे निकिता से बात करना हमेशा से ही अच्छा लगता था और काफी समय हो गया था जब मैं उससे मिला भी तो नहीं था।
मैंने एक दिन निकिता को कहा कि मुझे तुमसे मिलना है और मैं उस दिन निकिता को मिलने के लिए कॉफी शॉप में चला गया। निकिता कहने लगी कि रोहित अब तो तुम पूरी तरीके से बदल चुके हो अब तुम एक बिजनेस मैन बन चुके हो। मैंने निकिता को कहा कि ऐसा तो बिल्कुल भी नहीं है मैं आज भी वैसा ही हूं जैसा पहले था मेरे अंदर कोई बदलाव नहीं आया है। निकिता को इतने दिनों बाद देख कर मुझे अच्छा लग रहा था मैंने उससे कहा कि तुम्हारी पढ़ाई कैसी चल रही है तो वह मुझे कहने लगी कि मेरी पढ़ाई तो ठीक चल रही है लेकिन तुम्हें इतने समय बाद देखकर काफी खुशी हो रही है मुझे तो उम्मीद भी नहीं थी की इतने समय बाद तुम मुझे मिलोगे। निकिता को मैं अपने दिल की बात तो कहना चाहता था लेकिन मुझे इस बात का डर था कि कहीं निकिता मेरे बारे में कुछ गलत ना सोच ले इसीलिए मैंने निकिता को इस बारे में कुछ नहीं कहा। उस दिन हम लोग काफी देर तक साथ में रहे करीब हम लोग दो घंटे तक साथ मेरे फिर मैं अपने घर लौट आया। मैं जब अपने घर लौटा तो निकिता ने मुझे फोन किया और कहने लगी कि रोहित आज मैं तुम्हें इसलिए मिली थी कि आज मेरा जन्मदिन था मुझे लगा था कि तुम्हें मेरा बर्थडे याद होगा।
मुझे अपनी गलती पर बहुत ही शर्मिंदगी महसूस हो रही थी मुझे इस बारे में बिल्कुल भी याद नहीं था, मैंने निकिता से काफी माफी मांगी लेकिन वह मेरी बात नहीं मानी और कहने लगी कि रोहित अब तुम पूरी तरीके से बदल चुके हो। मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा था कि मुझे क्या करना चाहिए इसलिए मैं निकिता को दोबारा मिलना चाहता था और मैंने निकिता के लिए पार्टी ऑर्गेनाइज की जिसमें कि मैंने अपनी पहचान के दोस्तों को भी बुलाया और मेरे जितने भी परिचित थे वह सब आए। मैंने उसी पार्टी के दौरान निकिता को प्रपोज किया तो निकिता खुश हो गई और निकिता ने भी मेरे रिश्ते को स्वीकार कर लिया था। निकिता ने मेरे प्रपोज को स्वीकार कर लिया था मैं बड़ा ही खुश था। हम दोनों की मुलाकात कुछ ज्यादा ही होने लगी थी निकिता के बिना तो मेरा जीवन ही अधूरा था निकिता और मैं एक दूसरे को बहुत प्यार करते है। निकिता एक दिन मुझे कहने लगी रोहित हम लोग साथ में कुछ दिनों के लिए कहीं बाहर हो आते हैं। निकिता और मेरे बीच एक दो बार किस भी हो चुका था लेकिन निकिता और मेरे बीच कभी सेक्स नहीं हुआ था। जब हम लोग जयपुर गए तो उस दौरान हम दोनों के बीच संबंध बने जब पहली बार निकिता और मै एक दूसरे के साथ बिस्तर में लेटे हुए थे तो मैं उसके होठों को चूम रहा था। उसके गुलाबी होठों को चूम कर मुझे बड़ा ही अच्छा लग रहा था मैंने उसके होठों को काफी देर तक चूमा। जब मैंने अपने मोटे लंड को बाहर निकाला तो वह मेरे लंड को देखकर घबरा गई और कहने लगी तुम्हारा लंड कितना मोटा है। मैंने उसे कहा तुम इसे अपने हाथ में ले लो उसने मेरे लंड को अपने हाथों में लिया और वह मेरे लंड को हिलाने लगी। जब वह मेरे लंड को हिला रही थी तो मुझे अच्छा लग रहा था और मेरे अंदर की गर्मी बढ़ती ही जा रही थी मेरे अंदर की गर्मी इस कदर बढ़ने लगी कि मैं बिल्कुल भी रह नहीं पा रहा था और ना ही निकिता अपने आपको रोक पा रही थी।
मैंने निकिता से कहा मुझे लग रहा है मुझे तुम्हारी चूत को अब चाटना पड़ेगा। निकिता ने भी मुझे कहा हमे कुछ नया ट्राई करना चाहिए हम दोनों अब 69 मे एक दूसरे को मजा देना चाहते थे। जब हम लोग 69 पोज मे थे तो मैं निकिता की चूत को चाट रहा था और वह मेरे लंड को अपने मुंह में ले रही थी। मैंने निकिता की चूत को बहुत देर तक चाटा। जब मैंने अपने लंड को उसकी चूत पर सटाया तो निकिता मचलने लगी उसकी चूत से पानी बाहर निकल आया था। मैंने निकिता की चूत में धीरे धीरे अपने लंड को घुसाया तो वह मचलने लगी थी वह अपने पैरों के बीच में मुझे जकड़ने की कोशिश करती। मैंने निकिता की जांघो को अब कस कर पकड़ा मैंने जैसे ही जोरदार झटका मारा तो निकिता की चूत के अंदर लंड चला गया था। उसकी चूत के अंदर मेरा लंड जाते ही वह बहुत जोर से चिल्लाने लगी और कहने लगी मुझे मजा आने लगा है। निकिता को मजा आने लगा था वह पूरी तरीके से मचलने लगी और मेरे लंड को बहुत बड़े अच्छे से वह अपनी चूत में ले रही थी।
जब मेरा लंड उसकी योनि के अंदर बाहर होता तो मुझे मजा आता और निकिता को भी बड़ा ही आनंद आ रहा था। निकिता मुझे कहने लगी मुझे तुम ऐसे ही चोदते जाओ। मैंने उसको बहुत तेजी से चोदा जब मेरा माल गिरा तो उसे मजा आ गया। मैने दोबारा उसकी योनि मे अपने लंड को प्रवेश करवा दिया जैसे ही उसकी चिकनी चूत के अंदर मेरा लंड प्रवेश हुआ तो वह जोर से चिल्लाते हुए मुझे कहने लगी आज मुझे मजा आ गया। मैंने 10 मीनट की चुदाई के बाद उसकी चूत मे अपने वीर्य को गिराया। निकिता और मैं साथ में लेटे हुए थे हम लोग एक दूसरे की बाहों में थे। निकिता मुझे कहने लगी तुम मुझे इतना प्यार करते थे मुझे पता ही नहीं था। मैंने निकिता को कहा मैं तुमसे बहुत ही ज्यादा प्यार करता हूं और तुम्हारे बिना एक पल नहीं रह सकता हूं। निकिता ने मुझे गले लगा लिया हम लोग जयपुर में काफी दिनों तक रुके। निकिता और मेरे बीच ना जाने कितने ही बार सेक्स संबंध बने। हम दोनों को एक दूसरे के साथ सेक्स करना बहुत ही अच्छा लगता है मैं तो निकिता के साथ जब भी सेक्स के मजे लिया करता हूं तो उसे बड़ा ही मजा आता है।